उत्तराखंड (Uttarakhand) प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों, रोमांटिक पहाड़ी इलाकों, साहसिक ट्रैकिंग एक्टिविटीज़ और बहुत सारे खूबसूरत नज़ारों के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड भारत की आखिरी चाय की दुकान के लिए भी जाना जाता है। खैर, "भारत की आखिरी चाय की दुकान", सच में देश की आखिरी दुकान है, जो उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिले में भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर स्थित है। यहाँ लोग आकर बहुत उत्साह से चाय, मैगी का मज़ा लेते हैं और तस्वीरें क्लिक करके सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।
"हिंदुस्तान की आखिरी दुकान" की स्थापना 25 साल पहले चंदर सिंह बडवाल ने की थी। 3118 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, भारत की आखिरी दुकान हिमालय के मध्य में स्थित है। यह चीन की सीमा से लगे भारत के आखिरी गांव 'माणा गांव' (Mana Village) में खुलने वाली पहली दुकान थी।
माना जाता है कि माणा गांव में पौराणिक जड़ें हैं क्योंकि महाभारत के पांडवों ने यहां से स्वर्ग की यात्रा शुरू की थी। "हिंदुस्तान की आखिरी दुकान" में पर्यटक गर्मागर्म चाय और स्वादिष्ट मैगी का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं। लोग इस तथ्य से काफी उत्साहित रहते हैं की यह देश की आखरी दूकान है और अक्सर उत्तराखंड आने वाले लोग यहाँ ज़रूरी रुकते हैं।
यह अद्भुत माणा गाँव (Mana Village) समुद्र तल से 10,248 ऊपर है। इसका बहुत अधिक पौराणिक महत्व है, और हम वास्तव में महाभारत के निशान गाँव के चारों ओर बिखरे हुए देख सकते हैं। लोगों की मान्यता है कि पांडवों की स्वर्ग यात्रा के दौरान वे माणा गांव से गुजरे थे।
दरअसल, बिजनेस टाइकून आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने भी ट्विटर पर हिन्दुस्तान की आखिरी दुकान की तस्वीर शेयर की। उन्होंने लिखा कि अपने नाम के अनुरूप, इस दुकान पर एक कप चाय अमूल्य होगी। यह राज्य में आने वाले इच्छुक पर्यटकों के लिए एक अद्भुत सेल्फी स्पॉट है।
To get all the latest content, download our mobile application. Available for both iOS & Android devices.