कानपुर का गंगा बैराज (Kanpur Ganga Barrage) जिसे हम सब लवकुश बैराज (Lav Kush Barrage) के नाम से भी जानते है अब और अधिक खूबसूरत दिखने वाला है। गंगा नदी पर बना यह पुल कानपुर के आजाद नगर-नवाबगंज में स्थित है। गंगा बैराज, NH-91 बाईपास का हिस्सा है और यह लखनऊ-उन्नाव की ओर से कानपुर का प्रवेश द्वार है। बैराज पुल के दोनों ओर गंगा का नजारा रंग-बिरंगा दिखने लगा है। बैराज पर केडीए ने खूबसूरत रंग बिरंगी थीम लाइटिंग लगाई है जिससे नदी में तिरंगा समेत शहर के प्रमुख स्थलों की परछाई भी नजर आएगी। केडीए प्रशासन ने फिलहाल ट्रायल के रूप में इसको चालु कर दिया है और इसके लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई है। केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने ठेकेदार फर्म को निर्देश दिया है कि परियोजना के बाकी काम जल्द पूरे किए जाएं ताकि इसका जल्द से जल्द शुभारंभ किया जा सके।
गंगा बैराज पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और इसे और भी खूबसूरत बनाने के उद्देश्य से केडीए यहां दो महीने से फसाड थीम लाइट लगवा रहा है। परियोजना के तहत बैराज के सभी 30 गेटों से लेकर अप और डाउन स्ट्रीम में कॉलम तक विशेष तरह की देसी-विदेशी रेड, ग्रीन, ब्लू व्हाइट लाइटें लगाई जा रही हैं। बैराज चौराहे पर लगी चौधरी सिंह की प्रतिमा पर भी लाइट लगाईं जा रही है और इन लाइटों को विशेष म्यूजिक सिस्टम से जोड़ा गया है। करीब 80 प्रतिशत काम हो गया है और अभी टेस्टिंग चल रही है।
इस परियोजना के लिए केडीए 5.80 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। योजना के तहत सिंचाई विभाग के बैराज कार्यालय परिसर की तरफ कंट्रोल रूम बनेगा और वहीं से कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के जरिये इन लाइटों को कंट्रोल किया जाएगा।
इन फसाड लाइटों को चलाने में 100 किलोवाट बिजली की जरूरत पड़ेगी और इसके लिए ट्रांसफार्मर लगवाया जाएगा, जिसमें करीब 22 करोड़ का खर्च आ रहा है। इस धनराशि को भी योजना में शामिल किया जाएगा और उद्धघाटन के बाद यहां पर्यटक शाम 7 बजे से रात 12 बजे तक रंग बिरंगी लाइटों और धुनों का लुफ्त उठा सकेंगे। इसका उद्धघाटन 15 अगस्त को होना है और इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
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