पहले के समय में फलते- फूलते कपड़ा उद्योग के कारण भारत के मैनचेस्टर के रूप में प्रसिद्द, कानपुर को अब उत्तर प्रदेश की वाणिज्यिक राजधानी भी कहा जाता है। गंगा नदी के तट पर स्थित, कानपुर बेहतरीन गुणवत्ता वाले चमड़े के सामान के लिए प्रसिद्ध है। यह ऊन, चीनी रिफाइनरियों, आटा, वनस्पति तेल और रसायनों का भी एक उत्पादक है। शहर के इतिहास में 24 मार्च का अपना ही अलग महत्व है क्यूंकि आज के दिन वर्ष 1803 में शहर की स्थापना की गयी थी।
तब से लेकर आज तक इतिहास गवाह है की शहर में आये अनेक शासकों और राजाओं ने कानपुर को अपनी तरह से ढ़ाला और शहर का नाम भी अपने विचारों और मानकों के अनुसार बदला। तथ्यों के अनुसार 1700 के दशक के अंत से लेकर अब तक कानपुर का नाम 21 बार बदला जा चुका है। तो आईये कानपुर के बदलते नामों के ज़रिये हम शहर के समृद्ध एवं परिवर्तनशील इतिहास को जानते हैं।
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