लखनऊ की सड़कों पर ओवरस्पीडिंग करने वाले अब सावधान हो जाएं। अब ओवरस्पीडिंग करना आपको भारी पड़ सकता है। अक्सर लोग खाली सड़क देखकर अपने वाहन की स्पीड बढ़ा देते हैं और 60 से ऊपर 100 तक ले जाते हैं जिससे दुर्घटना की शंका बनी रहती है। इसपर अंकुश लगाने के लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने शहर में उन मार्गों को चिन्हित किया है जहां सबसे ज्यादा ओवरस्पीडिंग की शिकायतें मिली हैं। इन चिन्हित मार्गों में 7 सड़कों को चुना गया है। इनमें खुर्रमनगर से समता मूलक चौराहा, 1090 चौराहे से कालीदास मार्ग, अवध से दुबग्गा, बंगला बाज़ार से कैंट, तेलीबाग से बंगला बाज़ार, दयाल पैराडाइज से गोमतीनगर विस्तार और सेक्टर 25 से मुंशीपुलिया आदि प्रमुख मार्ग शामिल है।
वाहनों की ओवरस्पीडिंग पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने 7 मार्गों को चिन्हित तो किया ही है साथ ही इन मार्गों पर हाईटेक सीसीटीवी और स्पीडोमीटर भी लगा दिए गए हैं। अब अगर कोई भी वाहन चालक अपने वाहन की स्पीड 60 से ऊपर ले जाता है तो स्पीडोमीटर की मदद से तुरंत चालान काट दिया जाएगा। छोटे और बड़े वाहनों के लिए चालान का शुल्क भी निर्धारित कर दिया गया है। छोटे वाहन जैसे कार और बाइक का ₹2000 का चालान कटेगा और बड़े वाहनो जैसे ट्रक, बस समेत अन्य वाहनों का ₹4000 का चालान कटेगा।
7 चिन्हित मार्गों पर ITMS के माध्यम से कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें स्पीडोमीटर सॉफ्टवेयर है और इनमें 60 की स्पीड तय कर दी गई है। जैसे ही वाहन इससे अधिक की स्पीड से गुजरता है, वैसे ही कैमरा वाहन को अपने सिस्टम में कैप्चर कर लेता है और ITMS विभाग में बैठा कर्मचारी तुरंत चालान की कार्यवाई कर देता है।
एडीसीपी ट्रैफिक अजय कुमार के मुताबिक इस व्यवस्था का मकसद दुर्घटना होने से रोकना है ताकि लोग सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। डेढ़ महीने में इन 7 सड़कों पर ओवरस्पीडिंग का 17,000 लोगों का चालान हो चूका है। इसके साथ ही एक महीने में हेलमेट न पहनने के 6,000 और रेड लाइट जम्प करने के 1400 से ज्यादा चालान हो चुके हैं। इनमें ओवरस्पीडिंग के चालान अभी 7 चिन्हित सड़कों पर ही हो रहे हैं। रोजाना करीब ओवरस्पीडिंग के 300 के करीब चालान हो रहे हैं।
ऐसे में इन 7 मार्गों पर ओवरस्पीडिंग करने से बचें। इसके साथ ही शहर के अन्य मार्गों पर भी 60 से ऊपर की स्पीड पर वाहन न चलाएं। खुद की दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक नियमों का पालन करें और दूसरों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
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