इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज दोपहर 2:39 बजे पड़ने वाला है और यह 15 दिनों में दूसरा ग्रहण है जो साफ दिखाई देगा। भारत में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण देश के पूर्वी भागों में और आंशिक ग्रहण शेष राज्यों में नजर आएगा और चंद्र ग्रहण नजर आने के कारण सूतक काल मान्य होगा। लखनऊ में आंशिक चंद्रग्रहण (partial lunar eclipse) के रूप में खगोलीय घटना (celestial event) देखी जा सकती है।
लोगों को चंद्रग्रहण के इस अविश्वसनीय नज़ारे के बारे में दिखाने और बताने के लिए शहर के इंदिरा गाँधी प्लैनेटेरियम की ओर से टेलीस्कोप लगाया जा रहा है। इसके साथ ही चौक के पक्का पुल लक्ष्मण पीला के पास पंचवटी घाट और अहिमर्दन पातालपुरी हनुमान जी मंदिर पर 3 टेलिस्कोप लगाए जाएंगे।
चंद्र ग्रहण दोपहर 2:39 बजे से शुरू होगा और शाम 6:19 बजे तक रहेगा और लखनऊ में इसकी अवधी 63 मिनट की होगी। इस चंद्रग्रहण को नग्न आँखों से भी देखा जा सकता है। आज चंद्रमा के उदय होने का समय 5:16 बजे। भारत में चंद्रग्रहण का अविश्वसनीय नज़ारा त्रिपुरा, मिजोरम, बिहार, उड़ीसा, नागालैंड, पश्चिम बंगाल के कुछ शहरों में देखा जा सकेगा। सूर्य ग्रहण के विपरीत चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण जरूरत होगी। हालांकि टेलिस्कोप से देखने पर खगोलीय घटना और बेहतर नजर आएगी। चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वातावरण से होकर चंद्रमा तक पहुंचता है।
भारत में चंद्र ग्रहण का अविश्वसनीय नज़ारा त्रिपुरा, मिजोरम, बिहार, उड़ीसा, नागालैंड, पश्चिम बंगाल के कुछ शहरों में देखा जा सकेगा। इसके साथ ही उत्तरी और मध्य अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में यह चंद्रग्रहण नजर आएगा। सूर्य ग्रहण के विपरीत चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण जरूरत होगी। हालांकि टेलिस्कोप से देखने पर खगोलीय घटना और बेहतर नजर आएगी। चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वातावरण से होकर चंद्रमा तक पहुंचता है और इस दौरान चंद्रमा का रंग लाल हो जाएगा। और अगले तीन साल तक दोबारा ऐसा नजारा देखने को नहीं मिलेगा।
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