उत्तर प्रदेश में हाल ही में किए गए एक सीरो-सर्वेक्षण से पता चला है कि लगभग 90% आबादी जिन्होंने कम से कम कोविड-19 वैक्सीन की पहला डोज ली है, उनमें संक्रमण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है। कथित तौर पर, राज्य में शत प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है, जिससे यहां रिकवरी रेट में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस सीरो-सर्वे के लिए एक 2 हफ्ते पहले ही सैंपलिंग की गई थी। टीकाकरण के बाद लोगों में वायरस की व्यापकता और एंटीबॉडी की जांच के लिए समीक्षा की गई। विशेष रूप से, देश भर में यूपी में सबसे अधिक संख्या में कोविड खुराक प्रदान की गई है। CoWin रिकॉर्ड के अनुसार, राज्य में COVID वैक्सीन की 26.46 करोड़ से अधिक प्रशासित खुराक हैं, जिसमें क्रमशः 15.82 और 10.48 करोड़ पहली और दूसरी खुराक शामिल हैं। यूपी 1 करोड़ से ज्यादा किशोरों को पहली डोज दी गई है। वैक्सीनेशन टैली में 15.35 करोड़ एहतियाती खुराक प्राप्त करने वाले भी शामिल हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य ने अब लोगों से उनकी दूसरी और एहतियाती खुराक के लिए जल्द से जल्द लगवाने का आग्रह किया है। साथ ही सभी से व्यक्तिगत और सामाजिक हित में कोविड-19 उचित व्यवहार का पालन करने, कोविड मानदंडों का पालन करने का भी अनुरोध किया है। इस बीच, स्वास्थ्य अधिकारियों ने सरकार के आदेशों के अनुरूप किशोरों और युवाओं के बीच दूसरी खुराक के टीकाकरण में तेजी लाने के अभियान को तेज कर दिया है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को बच्चों और किशोरों में टीकाकरण को प्रोत्साहित करने और उन्हें टीकाकरण बूथों तक लाने के लिए एक प्रभावी संचार रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया है।
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